मेरा भारत महान -Poem
आज की मधुर बेला के बासंती मधुबन में उमंगों के तोरण से सजा है आजादी का अमृत महोत्सव मुस्कुराने लगा हर जन गण मन चहकने लगा मां भारती का प्रांगण सज रहा उल्लास भरा *"हर घर तिरंगा-घर-घर तिरंगा"* अभियान 15 अगस्त सन् 47 स्वातंत्र्य सूर्य सा पुनः उदय साध रहे हो कर निर्भय हम नवयुग की नव गति नव लय यह स्वातंत्र्य फले और फूले सदा रहे अमृत अक्षय मुक्त कंठ से दसो दिशा में गूंजे भारत की जय जय स्वतंत्रता का अमृत उत्सव जन गण मन का पर्व महान् है यह महापर्व उन वीर शहीदों के करने का कृतज्ञ वंदन भारत मां की राखी विक्रम ने चंदा मामा को पहुंचाया है। चंद्र यान 3 ने तिरंगा चंन्द्रमा पर लहरा कर विश्व मे मां भारती का गौरव बढ़ाया है। शशि कला मूंदडा अहमदाबाद
s Basanti of Madhur Bela is decorated with a torana of zeal in Madhuban the Amrit Mahotsav of freedom started smiling. Every person started chirping with the courtyard of Mother Bharati. * Har Ghar Tiranga - Ghar Tiranga-Ghar Tricolor * Campaign on 15th August 47 Freedom Sun is rising again from the Sun. Fear is the new momentum of the new era this freedom flourished and the ever-flourishing Amrit Akshay Mukt Kanth echoed in the tenth direction. Jai Jai Freedom of India s nectar festival is a great festival of Jan Gana Mann. Grateful for the brave martyrs performing this great festival of brave martyrs Rakhi of Mother Bharat Vikram has delivered to Chanda Mama. Chandra Yaan 3 has made Mother Bharati proud in the world by hoisting the tricolour on the moon. Shashi Kala Mundada Ahmedabad