उठो -Poem
होगा ऐसा वक्त भी कभी , बिखरा हुआ लगेगा सभी, टूटते हुए दिखेंगे सपने कभी, छूटते हुए दिखेंगे अपने कभी, होगी वो तुम्हारी परीक्षा की घड़ी, लगेगी तुम्हें हर विपत्ति से बड़ी, पर एक बात न भूलना तुम, कभी भी ना रुकना तुम, गिरने का डर लगेगा तुम्हें, पर गिरने न देगा ईश्वर तुम्हें, थामा है जिसने आजतक तुम्हें, सम्भालेगा आगे भी तुम्हें, बस चलते ही जाना तुम, विपत्ति में नहीं घबराना तुम… निकिता????