दीवाली -Poem
झगमग दीयो और रोशनी के संग , नये वस्त्र ऐवं श्रृंगार के संग , लक्ष्मीजी और गणेशजी की पुजा के संग मिठाई और नमकीन के संग , धूऐ और बारूद ( फटाके) के संग , मा-बाप के आशीर्वाद एवं परिवार के प्रेम संग, यारो की मेहफिले और मस्ती के संग , " सागर " ,के शब्द ऐवं शुभकामनाओ के संग, आओ मिलकर सजाये , " दिवाली " खुशियाँ के संग सौहार्द के रंग ।