सफर (Thoughtful) - Poem by Diksha Gaulkar - Spenowr
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Diksha Gaulkar

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Maharashtra, India

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सफर

प्यारा सा है ये जिंदगी का सफर.. कभी कभी बनता है ये जिंदगी मे कहर.. कैसे पिया जाये ये कडवा जहर.. कभी कभ
By: ©Diksha Gaulkar
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सफर -Poem

प्यारा सा है ये जिंदगी का सफर.. कभी कभी बनता है ये जिंदगी मे कहर.. कैसे पिया जाये ये कडवा जहर.. कभी कभ



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