जीलो जिंदगी के हर पल(Happiness) - Poem by NITESH KUMAR SETHI - Spenowr
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Nitesh Kumar Sethi

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Odisha, India

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जीलो जिंदगी के हर पल

जिंदगी को जी भर के जीलो आंखों के आंसुओं को पलको में संभालो छूटे हुए हाथ को फीर से थामलो क्या पता ये जिंदगी कल हो ना हो इस जिंदगी में हमें थोड़े ही रोना है! क्या खोना और क्या पाना है? ले देकर ये अनमोल पल ही तो है जीने के मेहसूस करने के छू लो इन पलों को फिरसे याद करलो बीते लम्हों को क्या पता जिंदगी कल हो ना हो
By: ©Nitesh Kumar Sethi
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जीलो जिंदगी के हर पल -Poem

जिंदगी को जी भर के जीलो आंखों के आंसुओं को पलको में संभालो छूटे हुए हाथ को फीर से थामलो क्या पता ये जिंदगी कल हो ना हो इस जिंदगी में हमें थोड़े ही रोना है! क्या खोना और क्या पाना है? ले देकर ये अनमोल पल ही तो है जीने के मेहसूस करने के छू लो इन पलों को फिरसे याद करलो बीते लम्हों को क्या पता जिंदगी कल हो ना हो

life with all your hearts hold the tears of your eyes in your eyelids hold the missing hand again do you know that this life is tomorrow or tomorrow we only have to cry a little in this life! What to lose and what to gain? This is a precious moment to feel like living. Remember these moments again do you know what life is tomorrow

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